अभिषेक मिश्रा 30 Mar 2023 शायरी हास्य-व्यंग 51053 0 Hindi :: हिंदी
शहर की आबोहवा में ,कुछ इस कदर परिवर्तन होने लगे हैं हुजूर ! खंडहर भी बयां करने लगे हैं, कि इमारत भी क्या शानदार थी।। -अभिषेक मिश्रा
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