KRESH KUMAR AHIRWAR 30 Mar 2023 शायरी देश-प्रेम #kresh_kumar_ahirwar 10049 0 Hindi :: हिंदी
तेरी आवाज़ मेरी जरूरत तेरा प्यार मेरी आदत तेरी खामोशी मेरी सजा तेरी खुशी मेरी ज़िंदगी वो मेरी ना हुईं तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं क्योंकि शेर से दिल लगाएं बकरी की इतनी औकात नहीं टूट कर बिखर जाते हैं वो लोग मिट्टी की दीवारों की तरह जो और से प्यार किया करते हैं। ✍️क्रेश कुमार अहिरवार