संदीप कुमार सिंह 25 Apr 2023 कविताएँ धार्मिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5433 0 Hindi :: हिंदी
सब लीला भगवान की,भजन करूं हर रोज। कण कण में श्री हरि रहे, अपने दिल में खोज।। सब लीला भगवान की, सुख दुख इनके देन। हर बाधा कर सामना, जीवन में हो गेन।। सब लीला भगवान की, करें नहीं अभिमान। भजन भक्ति में लीन हो,बांटें सुन्दर ज्ञान।। सब लीला भगवान की,ध्रुव सच है यह बात। जीना नहीं निराश हो,दें संकट को मात।। सब लीला भगवान की, सांस सांस में राम। रहें भक्त के साथ प्रभु,सुलभ करें हर काम।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....