Anany shukla 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत रूठ जाती है 99607 0 Hindi :: हिंदी
जब वो रूठ जाती है घुटनों के बल जमी पर बैठकर तिरछी नजर से देख जाती है जब वो रूठ जाती हैं चेहरे को अपने फुलाए हुए नयनों को अपने जमाये हुए दूर हट जाती हैं ज़ब वो रूठ जाती हैं आएंगे खुद ही वो मुझको मनाने आएंगे खुद ही वो मुझको उठाने नखड़ों से मुझको ऐसे रिझाती है ज़ब वो रूठ जाती है करके थोड़ा सब प्यार चिपक जाती हैं कह के पापा वो लिपट जाती है ज़ब वो रूठ जाती है