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फक्तं मैत्रिण बनून राहिलीस तू-एका अनोळखी व्यक्ती

Samir Lande 09 Jun 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत Love, broken heart, shayri, प्रेम कविता , Samir Lande, समीर लांडे 5307 0 Hindi :: हिंदी

एका अनोळखी व्यक्ती सारखी आलीस तू ,
वृद्यात स्वप्नाच घर बनउन गेलीस तू .
जणू काही क्षनाचा बस चा प्रवासच घडला, तुझ्या सोबत चा,
तुझ घर आल आणि उतरून गेलीस तू.
का कुणाचे नाव घ्यावे ,
उगाच कोणा समोर तुला बदनाम करावे.
मी तर फक्त प्रेम केले तुझ्यावर ,
तुला बदनाम करण्याचे हक्क नाही कमविले...
                         - समीर लांडे

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