Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य रुपया 22948 0 Hindi :: हिंदी
रुपया रुपया बना पैसा और पैसा बना तमाशा कैसा कैसा खेल दिखाए पैसा पैसा पैसा पल में राजा पल में रंक पैसा पैसा पैसा अपने पवार का रोव जमाये पैसा पैसा पैसा भूखों के पास अनन नहीं प्यासे के पास जल नहीं बहुतों को को घर नहीं पहनने को वस्त्र नहीं पैसा पैसा पैसा हर चीज बिकाऊ यहाँ बस पास में हो पैसा पैसा पैसा कही भी रहो कही भी जाओ खूब लुटू और खूब लुटाओ पास में है जब पैसा पैसा पैसा पैसा रंग हो चाहे काला गोरा चाहे हो तुम निखरा सोना चाँद पे जमीन खरीद लो चाहे कोई टापू जब जेब में हो पैसा पैसा पैसा पैसा सिर्फ पैसा पैसे का मोल बहुत है पैसे में जोर बहुत है