Pravin Chaubey 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक #काव्य #सायरी #पोएम #कवि # कविता#मोटिवेशन 7706 0 Hindi :: हिंदी
मैं अपनी एक दिन अलग पहचान छोड़ जाऊंगा जमाना क्या देखेगा हम को मैं जमाने को खुद दिखाऊंगा इम्तहान,सबर,बेबसी,लाचारी ये सब उस के सामने था इन सारे बंधनों को तोड़ के एक दिन उभरता हुआ कवि कहलाऊंगा मैं खुद अपनी एक दिन अलग पहचान छोड़ जाऊंगा - प्रवीण चौबे
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