Preksha Tripathi 24 Jun 2023 आलेख दुःखद 12358 1 5 Hindi :: हिंदी
जब हृदय उद्विग्नताओं से परिपूर्ण हो जाता है। एवं उसमें और अधिक व्यथित भावनाओं को समाहित कर पाने की पराकाष्ठा नष्ट हो जाती है, तो उर के भावों को पृष्ठों का सहारा लेना पड़ता है। प्रेक्षा त्रिपाठी
10 months ago