लोग कहते हैं बे-वफा जिसको।
मैं तो कहता हूं बा-वफ़ा उसको।
क्योंकि ___
बा-वफ़ा बिन बे-वफाई नही होती,
आंख बिन अश्कों के नही रोती,
इसलिए ___
मेर read more >>
आह !
वेदना......
वो सूनी रेलिंग....
अंतहीन इंतजार.....
काश! आते तुम
और महका जाते मेरी पीड़ा।
जाते समय पुर- उम्मीद
लौटे तो न-मुराद।
हर रोज ही न� read more >>
पाल रखा है दिल में बला किसलिए ?
फिक्र करता है कल की भला किसलिए ?
ऐ मेरे हमसफर मुझको इतना बता,
छोड़ जाना ही था तो चला किसलिए ?
फिक्र परवाने � read more >>