Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 41145 0 Hindi :: हिंदी
# स्त्रियां ... एक स्त्री , दूसरी स्त्री से , करती है बातें घंटों घर में बने सब्जियों की कुछ इस तरह , आज क्या बनाई है या फिर , आज क्या बनाएंगी ...? एक स्त्री , दूसरी स्त्री से नहीं करती कभी प्रेम करती है ईर्ष्या तब जब सामने वाली पहनी हो कसीदेदार साड़ियां और चमकदार गहने ...! एक स्त्री , दूसरी स्त्री के साथ , जब ठेले,खोमचों में खाती हैं गुपचुपें लगती है खूबसुरतें खाते-खाते जाने , करती हैं क्या बातें ...? पता नहीं ...! एक स्त्री दूसरी स्त्री के साथ जब जाती है मंदिरें फूल-पान धर के सब कुछ देख के भी कुछ चेहरों का सोचना होता है , अरे... कहां जा रही है ...! एक स्त्री , दूसरी स्त्री के संग जब गुजरती है गलियों,मोहल्लों से बलखाते हुए , कमर लचकाते हुए आफत आ जाती है तब मवाली टाइप छोरों पर ...! एक स्त्री , दूसरी स्त्री को नहीं रखना चाहती अपने पास , असंभव,कदापि नहीं सौत बनाकर ...! क्रमश:......