राहुल गर्ग 26 Feb 2024 आलेख समाजिक शिकायत , समाज की शिकायत, Social Grievance , rahulvision1.blogspot.com 3380 0 Hindi :: हिंदी
मुझे यह जो जीवन मिला है, उसमें सबसे ज्यादा शिकायत मुझे 'समाज' से है। यह वो है, जो मनुष्य को उसकी प्रतिभाओं से रूबरू नही होने देता। यह वो है, जो मनुष्य की चाह को पूरा करने नही देता। यह वो है, जो जिसका ज्ञान देता है उसी से अनभिज्ञ कराता है। यह वो है, जो समय समय पर नये मापदंड बुन लेता है। यह वो है, जो अच्छे को बुरा और बुरा को अच्छा बोलता है। यह वो है, जो मनुष्य को कुछ नया करने की इजाजत नही देता। यह वो है, जो यह बताता है कि जैसा हमने किया है वैसा ही तुम्हे करना है। यह वो है, जो शिक्षा तो सच बोलने की देता है पर साथ झूठ का देता है। यह वो है, जो यह बताता है कि माता पिता की सेवा करनी चाहिए, पर तारीफों के पुल उन व्यक्तियों के बाँधे जाते है जो विदेशों में अपने जीवन का निर्वहन स्वयं अपने लिए करते है। यह वो है, जो जीवन में जितनी भी शिक्षा देता है उसका उपयोग नहीं करने देता। यह वो है, जो कहता है कि सबका सम्मान करना चाहिए परन्तु सम्मान करने वाला व्यक्ति जाीवन में दबता चला जाता है। यह वो है, जो कहता है कि दूसरों को धोखा नहीं देना चाहिए पर यहाँ बिना धोखे के कोई आगे ही नहीं बढ़ रहा है। यह वो है, जो कहता है कि अपनी मिट्टी से जुड़े रहिए पर विकास करने के लिए कोई भी मिट्टी से नहीं जुड़ रहा। यह वो है, जो कहता है कि शिक्षा के नियमों का पालन करना चाहिए पर यही समाज सारे नियमों को अपने हिसाब से तोड़ मरोड़ देता है। और मै इस बात से बिल्कुल भी अनजान नही हूँ, कि अब मैं भी इस समाज का हिस्सा बन गया हूँ पर मैं निराशावादी नहीं हूँ। ना ही मैं ऊपर लिखे किसी भी बात का समर्थन करता हूँ। बस समाज को एक नजरिये से देखने पर यह भी देखने को मि्लता है।