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Girjesh Choudhary

Girjesh Choudhary

Girjesh Choudhary

@ girjesh-choudhery
, Madhya Pradesh

I am a screenplay writer. Guest faculty of CRAFT film school delhi.

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My Articles

कभी कोई दूसरा दिखा ही नहीं ऐसा चश्मा कभी लगा ही नहीं प्रेम का तेल प्रेम की बाती दिया जो जला फिर बुझा ही नहीं इसको प्यारी हैं बस यादों read more >>
कभी कोई दूसरा दिखा ही नहीं ऐसा चश्मा कभी लगा ही नहीं प्रेम का तेल प्रेम की बाती दिया जो जला फिर बुझा ही नहीं इसको प्यारी हैं बस यादों read more >>
जबसे सुलझे उनसे हम और उलझन हो गयी जैसा वो वैसा जहां मेरा वो मौसम हो गयी एक गिलहरी थी फ़कत मेरा वो आंगन हो गयी उनसे अनबन क्या हुई ख read more >>
तुम और मैं दोनों ही अपने - अपने अहम से "अ " नहीं हटा पायें तब अपूर्ण ने भी अपना " अ " हटाने से मना कर दिया इसलियें तुम और read more >>
मैं खुद को पूर्ण करने में लगा रहा तुम खुद को काश! दोनो अपूर्ण मिलकर पूर्ण हो जाते read more >>
जीविका कभी इस धूल , धुएँ से एलर्जी थी मुझको रिज़्क़ की तलाश में सब सर-माथे लगा लिया. (रिज़्क़- जीविका ) read more >>
दो आँसू तेरे दो आंसुओं ने मुझे खरीद लिया मगर में इतना मेहंगा नहीं था read more >>
नींद और मैं मेले में छूट जायें किसी बच्चें से ऊंगली जैसे नींद हर रात मुझे ऐसे छोड जाती हैं read more >>
प्रेम था या अवसाद ‌जब भी कभी अतीत में जाकर तुम्हारे प्रेम को याद करता हूं, अवसाद में डूब जाता हूं. read more >>
वो एक्टर जो दूसरों को नसीहतें देता था, एक दिन उसे भी पान-मसाले का एड मिल गया. read more >>
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