Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

VIJAYPAL

VIJAYPAL

VIJAYPAL

@ vijaypal
, HR

I am also a student and also a farmer.

  • Followers:
    3
  • Following:
    0
  • Total Articles:
    2
Share on:

My Articles

पत्ते जो हम लटक गए। न मालूम था हमको। साथ छोड़ दोगे। न सुंदरता है। मन निरश होता है। देख सुखे ठंठल को।। लहराए थे, ऊंचे आसमान में। गिर� read more >>
पहिए की हंसी पहिए तेरी हंसी मैं ना समझ पाया। आमोद या परिहास की बताया क्यों नहीं? हर रोज अतीव हंसना। शोभायमान नहीं।। पहिया कहता है - read more >>
Join Us: