Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें
एक घर के सामने सडक बन रही थी, गरीब मजदूरिन वहाँ काम कर रही थी. मजदूरिन के घर का सारा बोझ उसी पर पडा था, उसका नन्हा सा बच्चा साथ ही खडा था. उ read more >>
देखते ही देखते जवान, “माँ-बाप” बूढ़े हो जाते हैं… सुबह की सैर में, कभी चक्कर खा जाते है, सारे मौहल्ले को पता है, पर हमसे छुपाते है&hellip read more >>
पिताजी दु:ख तो गाँव-मुहल्ले के भी हरते आए बाबूजी पर जिनगी की भट्ठी में ख़ुद जरते आए बाबूजी कुर्ता, धोती, गमछा, टोपी सब जुट पाना मुश्किल read more >>
💐💐💐 मस्ज़िद पे गिरता है मन्दिर पे भी बरसता है.. ऐ बादल बता तेरा मज़हब कौन सा है.. !! ◆ इमाम की तू प्यास बुझाये पुजारी की भी तृष्णा मिटाये.. read more >>
बालश्रम बचपन को लूटते देखा है , सपनों को टूटते देखा है, अपने इन्हीं आँखों से मैंने , नन्हे जान को पीटते देखा है! भूखा पेट ,तरसती आँखें read more >>
Join Us: