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जो सच था। वो सिर्फ दिल मे था। जुबाँ ,पे यकीनन । झूठ था। इन्सान कि फिदरत थी , किस्मत का लेख क्या, बदला ,कुछ नहीं । read more >>
बनके मेरा साथी तूने मुझ पे ही डाका मार डाला गैरों के बीच तूने लाके मुझे छोड़ डाला। धन्यवाद read more >>
अक्सर लोग यह कहते हैं कि हम दहेज विरोधी हैं मगर लड़की के घर से वसूली उतनी कर लेते हैं जितनी उनकी हैसियत होती है (kirti singh) read more >>
घमंडी पैसे वालों से रिश्ता ना रख हितैषी से रिश्ता रखना ज्यादा बेहतर होता है। (सीख) -घमंडी पैसा वाला आपको भीख दे सकता है मगर आप का हित read more >>
लोगों से उम्मीद मिले न मिले।लेकिन नसीहत जरूर मिल जाती है। read more >>
बड़ा को छोटे से सलाम नही और छोटे को बड़ों से सलाम नही।लेकिन खुदा बने दोनों की तमन्ना है। read more >>
"पसन्द किया उसने मुझे" कोशिश भी कि, मुझे कोई पहचान मिले लेकिन ,"वो हार गई " क्योकि ,उसकी ऊमीद से मेरी मेहनत कम थी ! read more >>
न जाने क्यों , उसने कहा , उस दिन "के तुम खास हो " सोच ते सोच उम्र गुजर गई ! read more >>
बड़ा मुश्किल है किसी का खास हो पाना। कहां इतना आंशा है आसान हो जाना।। ..... ललित read more >>
जिंदगी का हाल पूछे कौन, किस्सा ही अजीब रही, जिसे ढंढने चला, उसने सफर छोड़ दिया| read more >>
क्रोध, वासना, अहंकार की अग्नि को बुझाओ राम हो जिस के भीतर वहीँ रावन को जलाओ - त्रिशिका श्रीवास्तव 'धरा' कानपुर(उ.प्र.) read more >>
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