Archana Singh 14 May 2023 कहानियाँ समाजिक 7472 0 Hindi :: हिंदी
नमस्ते दोस्तों 🙏🙏 दोस्तों ! आज की कहानी का शीर्षक है .... " जैसी परिस्थिति वैसी मन : स्थिति " ! ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ इसका अर्थ है कि जैसी परिस्थिति सामने आएगी , उसी के अनुसार अपनी मन की स्थिति को भी बना लेना चाहिए । अगर परिस्थिति अनुकूल नहीं है तो ,,,, परिस्थिति को बदलना हमारे वश में नहीं होता है , इसलिए अपने मन की स्थिति को ही अनुकूल कर लेना चाहिए । चलिए ! इसी को सत्यापित करते हुए आपको एक प्रेरक दायक कहानी सुनाती हूं ..... एक गुरु से शिष्य ने खुशी से कहा : " गुरुदेव ! पास के गांव से एक व्यक्ति ने आश्रम के लिए गाय भेंट किया है " । गुरु ने प्रेम पूर्वक कहा : " अच्छा हुआ दूध पीने को मिलेगा और गौ सेवा का सौभाग्य प्राप्त हो जाएगा , फिर गाय के गोबर से यहां की मिट्टी भी पवित्र हो जाएगी " । एक महीने के बाद उसी शिष्य ने दौड़कर घबराते हुए आकर गुरु जी से फिर कहा : " गुरु जी ! जिस व्यक्ति ने हमें गाय दिया था आज वो अपनी गाय वापस लेने आया है " । तो गुरु जी ने शान्ति पूर्वक कहा : " अच्छा हुआ ! मेरे स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण रोज -रोज गोबर उठाने की झंझट से मुक्ति मिली " । तो इस पर वो शिष्य आश्चर्यचकित होकर गुरु की ओर देखने लगा -----? गुरुदेव ने उसकी मन : स्थिति को समझा और समझाया कि " परिस्थिति बदले तो अपनी स्थिति भी बदल लेनी चाहिए । बस ! दुख सुख में बदल जाएगा । यह ज्ञान की बातें उनके शिष्य को भलीभांति समझ में आ गया । वह समझ गया कि गुरु जी ने उसे क्या शिक्षा दी है यानी जीवन में कभी भी सुख-दुख जैसी परिस्थिति आए तो दुख में दुख ही ना होकर , उसी दुःख में थोड़ी सी खुशी ढूंढ कर खुश हो जाना चाहिए । चलिए दोस्तों ! फिर अगले किसी प्रेरक कहानी के साथ आपसे फिर मिलती हूं ,,,, तब तक के लिए हमेशा की तरह , खुश रहिए , मस्त रहिए ! हंसते - मुस्कुराते रहिए ! धन्यवाद दोस्तों 🙏🙏💐💐