धर्मपाल सावनेर 30 Mar 2023 ग़ज़ल समाजिक 11886 0 Hindi :: हिंदी
खुशियों भरा हर पल ना होगा गिर के ख़ुद को संभलना होगा ।। इस वक्त जो हे ये वक्त जी लो जो आज हे वो कल ना होगा ।। खुद पर खुदा पर भरोसा रखो किस्मत को भी बदलना होगा ।। छड़ से खंजर के सफर में पीठ पे कोड़े आग में जलना होगा ।। मंजिलों की तमन्ना हे अगर मुश्किलों के रास्ते चलना होगा ।। धरम सिंग राजपूत