Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

धर्मपाल सावनेर

धर्मपाल  सावनेर

धर्मपाल सावनेर

@ --34
, Madhya Pradesh

मेरे लब्जो की जुबा ना कोई मुसाफिर हूं मेरा ठीका ना कोई।। राम और रहीम को देखा है कहा में इंसा हु मेरा खुदा ना कोई।। शायर , गजल ,कविता, गीत लेखक धरम सिंग राजपूत

  • Followers:
    6
  • Following:
    1
  • Total Articles:
    45
Share on:

My Articles

कुछ ऐसे तलास है किसी की मुझे कुछ ऐसे तलाश है किसी की मुझे अंधेरे को तलाश हो रोशनी की जैसे चंदा को तलाश हों चांदनी की जैसे अंधे को तलाश read more >>
जो वक्त आज मजे ले रहा है वही वक्त कल मौज करवाएगा Dharam singh Rajput 8109708044 read more >>
घरों मे नही दफ्तरों में नही सुकु अकेलेपन मे है लश्करो में नही ।। खुद में तू झांक खुद में तलाश खुद में खुदा तू पाएगा पत्थरों मे नहि ।। read more >>
टूटा हु टूटे है कुछ ख्वाब मेरे साथ जिंदगी ने किए हे मजाक मेरे साथ सवालों ने घेरे रक्खा है मुझको कोई आए जो ढूंढे जवाब मेरे साथ एक में � read more >>
भूल से वो हमसे भुलाया नही जाता दिल में लिखा फिर मिटाया नहीं जाता ।। तुम आओ तो रोशन हो सकता हु में बिन बाती के दीपक जलाया नही जाता ।। द� read more >>
प्रेम है तो ईश्वर हे प्रेम ही समस्त संसार प्रेम से हर प्राणी है प्रेम ही उपहार प्रेम की परिभाषा नहीं प्रेम का ना आकार प्रेम ही तो जी read more >>
कहो तो करले अब सुलाह क्या खत्म कर दे ये सिलसिला क्या ।। बिछड़ने वाले है आओ गले मिले बिछड़ने वाले से फिर गीला क्या ।। सच ही तो है इश्क � read more >>
गमों को अपना लिया खुशी को छोड़ दिया उसकी खुशी के लिए उसी को छोड़ दिया ।। मेरे पास होकर वो नाखुश रहे बर्दाश्त नही वो खुश नही था मुझसे त� read more >>
नींद से मुझको जगाए जा रही है आवाज किसी की बुलाए जा रही है ।। काफी अकेला हु लश्करो में होकर भी में ये कोन सी कमी है जो खाए जा रही है ।। स� read more >>
ये किस तरह का नशा है के उतरता ही नही ऐसा नहीं के जतन कुछ भी करता ही नही ।। हर रोज़ करता हु में जी भर के बाते मगर और जी करता है मगर जी भरता � read more >>
Join Us: