रोhit Singh 30 Mar 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत #रोhitSingh #कविताएं #painkiller #बाल_साहित्य #साहित्य #shayari #quotes #Hindi #love 40569 0 Hindi :: हिंदी
ना वह समझे.... ना मैं कुछ उन्हें....समझा पाया... वह गिरे शक की खाई में जाकर ऐसे कि ना....मैं.....उन्हें उठा पाया.... बिखरते रहे ईट पर ईट शब्दों के फिर भी संभालते.......संभालते मैं....ना रिश्तों की दीवार....बचा पाया बैठे हुए थे वह कश्ती लिए......... मलाल के उफान में........... बहुत कोशिशों के बाद भी....... मैं किनारा ना उन्हें......दिखा पाया.....!