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शिवस्यरूपम

Bhagyashree Singh 14 Apr 2023 कविताएँ धार्मिक #शिवस्यरूपम#धार्मिक कविताएं#शिव शंभू #जय भोले बाबा #ॐ नमः शिवाय 8907 0 Hindi :: हिंदी

शिवस्यरूपम
चन्द्र, केश में गंग साजे,
ग्रीवा भुजंग धारी प्रभु,
भाल सर्व अंग पे भस्म साजे,
कमल त्रिनेत्रधारी प्रभु ,
खाल वस्त्र धारण अंग पर,
नीलकंठ त्रिशूल धारी प्रभु,
संग बैठी गौरी, गणेश,कार्तिक,
कंठ मुंडमाल धारी प्रभु ।
नटराज रूप विकराल धरण,
सत्यम शिवम सुंदरम प्रभु,
सब त्याग लीन बैठे समाधि,
शिवानंद स्वामी नमन प्रभु । 

ग्रीवा भुजंग धारी प्रभु,
भाल सर्व अंग पे भस्म साजे,
कमल त्रिनेत्रधारी प्रभु ,
खाल वस्त्र धारण अंग पर,
नीलकंठ त्रिशूल धारी प्रभु,
संग बैठी गौरी, गणेश,कार्तिक,
कंठ मुंडमाल धारी प्रभु ।
नटराज रूप विकराल धरण,
सत्यम शिवम सुंदरम प्रभु,
सब त्याग लीन बैठे समाधि,
शिवानंद स्वामी नमन प्रभु । 

                                                     
मेरी कलम से
 भाग्यश्री सिंह

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