Shiv Kishore 26 May 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत बेहतरीन ग़ज़लें, मस्त ग़ज़लें, दम दार ग़ज़लें, ज़ख्मी ग़ज़लें ,आशिकों की गज़ल 5912 0 Hindi :: हिंदी
पहले पहल जब हम चले थे , तब हम नंगे पांव चले थे, घुटनों के बल घर -आंगन में , ठंडी_ ठंडी छांव चले थे ! जब बड़ा हुआ हारा क़िस्मत से, तब हम सारे दांव चले थे ! जब ठोकर लगी अक्ल तब आई तब हम शहर से गांव चले थे , जब उसने बुलाया कह कर आई लव यू , तब *किशोर* बैठ कर नाव चले थे ! __शिव किशोर शाहजहांपुर , यूपी Wh.no-6388630922