संदीप कुमार सिंह 05 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण रोमांचित होंगें। 5431 0 Hindi :: हिंदी
जब प्यार किया तो डरना क्या, इसे कबूल सरेआम है करना। प्यार की चाहत जो भी हो, पूरा करना लाज़मी है। चाहे चांद_सितारे ही, क्यों न लाना पड़े। लाना अवश्य चाहिए, जब प्यार किया तो डरना क्या। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....