मोती लाल साहु 25 May 2023 कविताएँ समाजिक सुन-ए-भाई हम सब की यह कहानी, हम ईश्वर से इसलिए जुदा है- क्योंकि- हम खुद से जुदा हैं- जिस दिन हम खुद को जान जाएंगे- खुदा को भी जान जाएंगे। 6289 0 Hindi :: हिंदी
यह हाथ उसकी- इबादत को उठते हैं यह आंख- दर्शन को बेताब हैं ये जुबान उसके- गुणगान करते नहीं थकते यह दिल- उसी के नाम धड़कते हैं हम ईश्वर से- इसलिए जुदा है, क्योंकि हम खुद से जुदा हैं जिस दिन हम- खुद को जान जाएंगे, खुदा को भी जान जाएंगे सुन-ए-भाई- हम सब की यह कहानी!! -मोती