Chanchal chauhan 21 Feb 2024 कविताएँ बाल-साहित्य सदैव प्रसन्न रहे समस्याओं को स्वयं निपटा समस्याओं का हाल स्वयं निकले 1934 0 Hindi :: हिंदी
अपनी ऊर्जा अपनी खुशी में खर्च करो क्योंकि खुशी से ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है अपनी सभी समस्याओं से स्वंय निपटो जितना अधिक समस्याओं से निपटेगें व्यवहार कुशल बनेंगे उतने ही मजबूत बनेंगे तभी जीवन में आगे बढ़ेंगे समस्या से डर त्याग दो उसका सामना करो कह दो कि आज तुम भी मैदान में आओ और मैं भी मैदान में आता हूँ हम दोनों मिलकर लड़ेंगे जो लोग सदैव प्रभु को अपने जीवन से जोड़कर आगे बढ़ते हैं उनके जीवन में सारी समस्याओं का अंत हमेशा सुखद होता है इसलिए बहुत खुश रहें और समस्याओं से लड़ते रहें और आगे बढ़ते रहें।