Bholenath sharma 27 Apr 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत बतला रहा हूँ मे 1846 0 Hindi :: हिंदी
तुम गीत हो मेरी , तुम्हें गा रहा हूँ में तुम प्रीति हो मेरी ,ये बतला रहा हूँ में जमाने को मोहब्बत का, किस्सा सुना रहा हूँ में मिले है जो गम , और खुशी उसे बतला रहा हूँ में । ..