मोती लाल साहु 09 Jun 2023 शायरी समाजिक सबर की हद तक- छेड़ ना उसे, कहीं- सबर की बांध- टूट गई तो- तू डूब जाएगा। 6847 0 Hindi :: हिंदी
सबर की- हद तक छेड़ ना उसे,, कहीं सबर की बांध- टूट गई तो तू डूब जाएगा..!! -मोती
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