Pradeep Kumar Maurya 06 Mar 2024 कविताएँ समाजिक 5360 0 Hindi :: हिंदी
जीवन का सफर, बदलते रंग, सिखाता है हर पल, कुछ नया अंग। सपनों की उड़ान, हर कदम पर, बदलता इंसान, नया व्यक्ति बनकर। सोचों का संग, और नया दृष्टिकोण, बदलते इंसान, बदलती हर स्थिति को लेकर सम्भाल कर। हर मुश्किल को, एक नया चैलेंज स्वीकार कर, बदलता इंसान, नए उत्साह से, आगे बढ़ता रहे। जीवन की इस यात्रा में, हर कदम पर नया सवेरा, बदलता इंसान, नई उम्मीदों के साथ, चलता रहे।