Pravin Chaubey 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक #काव्य #सायरी #पोएम #कवि # कविता#मोटिवेशन#ऑनलाइन काव्य 6910 0 Hindi :: हिंदी
कभी कभी ये एहसास होता है मानो जैसे कि कवियों के दिल में जलता हुआ कोई चिराग होता है जैसे अंधेरे में रोशनी की जरूरत होती हैं वैसे हर टूटे दिल को कवियों की जरूरत होती है किसी को सुनने तो किसी को गुनगुनाने का सौक होता है किसी को कविता तो किसी को कवियो में आनद आता है बातों को तोड़ के मडोर के जो बातो को बनाता है समुन्दर में खोई हुई मोती की तरह गुत्थी को सुलझाता है तब जा के कोई कवि तो कोई सायर कहलाता है - प्रवीण चौबे
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