संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक बहुत ही intresting poems. 25757 0 Hindi :: हिंदी
मौत का खौफ ना कर, बिना रुके सफर कर। कभी भी दुनिया की प्रवाह ना कर, बस अपने सपनों को सकार कर। यहां आए हो किसलिए? खूब_खाकर और पचाकर, जाना नहीं होगा। कुछ काम कर_कुछ नाम कर, आने वाले पीढ़ियों के लिए, कुछ बनाकर जा। पूर्वजों के रूप में बहुत ही, श्रद्धा से याद किए जाओगे।
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....