Komal Kumari 25 Apr 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 8063 0 Hindi :: हिंदी
ना कर निर्वस्त्र उस प्रेम को जिसने सृष्टि सीचा है, ना कर मजबूर उस प्रेम को, जिसने तुझे संवारा है, हो सके तो लाज रख राधा-कृष्ण ,शिव- सती का जिसने निस्वार्थ प्रेम निभाया है!
#Mujhko pasand hai khud Ko hi padhna ek kitab hai mujhmein Jo mujhe aajmati hai. @ham Apne jivan ka...