Ankur Gautam 25 Jun 2023 आलेख समाजिक 7099 0 Hindi :: हिंदी
हम सब लोग जानते है कि जल के बिना इस प्रकृति में जीवन की कल्पना नही की जा सकती। परंतु सबसे दुख की बात यही है कि इंसान के लिए आज इस प्रकृति में सबसे मूल्याहीन अगर कोई वस्तु है तो वह "जल" है। आज मैं यह देखकर बहुत दुखी होता हूं कि इंसान इसके महत्व को समझ नहीं रहा है। आज मै देखता हूं कि हर घर मै पानी के लिए समर लगी हुई है एक बटन दबाओ ओर पानी ही पानी पाओ।जिसे एक गिलास पानी पीना हो वह भी दस बाल्टी पानी ठंडा निकलने के लिए बहा देता है और अगर किसी को एक पशु को निहालना हो तो सौ बाल्टी पानी बहा देता है क्योंकि उसे न तो मेहनत करनी पड़ रही है और न ही इसका मूल्य पता है।पहले इसके लिए कई कोश पैदल चलकर लाना पड़ता था तो इसका महत्व का अनुमान था।परन्तु आज एक बटन दबाने से इसका महत्व पता नहीं पड़ेगा।अगर आज इसके रोकने के लिए कोई कदम नही उठाया तो भविष्य मे इसके बहुत घातक परिणाम भुगतने होंगे। जिसकी शुरुआत हो चुकी है। अभी हमारे पास समय है इसके लिए कुछ कठोर कानून बनाने के लिए । नही तो आने वाले समय इस प्रकृति मै न तो जल रहेगा न ही जीवन।