मोती लाल साहु 17 Jun 2023 शायरी समाजिक जिस मां-बाप ने- सींचकर तुम्हें हीरा बनाया- आज उसी कोयले को- छूने से, तुम्हारे हाथ गंदे होते हैं। 4766 0 Hindi :: हिंदी
""जिस मां-बाप ने- सींचकर तुम्हें हीरा बनाया,, ""आज उसी कोयले को- छूने से तुम्हारे हाथ गंदे होते हैं....!! -मोती