Shivani singh 29 Jul 2023 कहानियाँ धार्मिक 7295 0 Hindi :: हिंदी
भगवान शिव को "भोलेनाथ" कहा जाता है जिसका अर्थ होता है "भोला" या "सरल"। भगवान शिव की कई महत्वपूर्ण कथाएं हैं, लेकिन यहां एक लोकप्रिय कथा सुनाई जा सकती है: कथा के अनुसार, एक बार देवी पार्वती ने भगवान शिव से पूछा, "आप मुझसे सबसे प्रेम करते हो या किसी और से?" भगवान शिव ने मुस्कान के साथ कहा, "पार्वती, तुम्हारे सिवाए मैं किसी से भी प्रेम नहीं करता।" पार्वती ने विश्वास नहीं किया और उन्हें परीक्षा में ले आने का फैसला किया। एक दिन, पार्वती ने भगवान शिव के सामने एक अज्ञात व्यक्ति के रूप में प्रकट होकर कहा, "भोलेनाथ, मुझे आपसे बड़ा प्रेम है।" उस व्यक्ति ने देवी को ठगा और कहा कि उसे पर्वत चढ़ाने के लिए सच्चे प्रेम का परिचय दिखाना होगा। इस परीक्षा के तहत, उस अज्ञात व्यक्ति ने पार्वती को बहुत कठिन पर्वत चढ़ाने के लिए कहा। देवी पर्वत चढ़ने में विफल रहीं और उसे आश्चर्य हुआ। उसने भगवान शिव को पुकारा और कहा, "भोलेनाथ, कृपया मेरी मदद करो!" भगवान शिव, जो वह अज्ञात व्यक्ति थे, तुरंत परिवर्तित हो गए और उन्होंने पार्वती को पर्वत चढ़ा दिया। देवी ने भगवान शिव को पहचान लिया और उन्हें गले लगा लिया। यह कथा भगवान भोलेनाथ के सरलता और दयालुता को प्रकट करती है, जो उन्हें एक साधु में रूपांतरित कर देती है। भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है क्योंकि वे बहुत सरल और निर्मल हृदय के धारी होते हैं। उन्होंने हमेशा अपने भक्तों की रक्षा की है और उन्हें भक्ति और प्रेम के माध्यम से सभी परेशानियों से उबारा है।