Gayatri yadav 30 Mar 2023 कविताएँ दुःखद परिंदे के बारे में बताऐ 9610 0 Hindi :: हिंदी
अंधेरों में शाम की तलाश तेरी फिजाओं में गुमसूम सी आवाज तेरी मौजूद है, जिंदगी में सभी कैद हुऐ हम जंजिरो में अरमानों में रोशनी तेरी फिर भी जंजीरों में कैद परिंदे सभी इन खामौशीयों की गुन गुनाहट सून ऐ खुदा होसलौं पर टिकी थी, ईरादे हमारी बिखरी हुई है, मेरी जमी