Santosh kumar koli 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जयपुर 73428 0 Hindi :: हिंदी
यदि दुनिया दुलहन, तो माथे की बिंदिया है जयपुर। यदि दुनिया चमन, तो सुमन की कलियां है जयपुर। यदि दुनिया रंगीन, तो गुलाबी नगरिया है जयपुर। यदि दुनिया सागर, तो बहती नदिया है जयपुर। यदि दुनिया मासूम, तो मासूमियत की गुड़िया है जयपुर। यदि दुनिया प्रेम- मूरत, तो प्रेम की पुड़िया है जयपुर। यदि दुनिया धनी, तो सोने की चिड़िया है जयपुर। यदि दुनिया शांति रक्षक, तो शांति का दरिया है जयपुर। शांति दरिया है जयपुर यदि दुनिया मेवा, तो मिश्री की डलिया है जयपुर। यदि दुनिया नज़र हसीन, तो हसीन नज़रिया है जयपुर। यदि दुनिया हसीना, तो हसीनाओं की अठखेलियां है जयपुर। यदि दुनिया स्वर्ग, तो स्वर्ग की गलियां है जयपुर। यदि दुनिया उलझन, तो उलझन की कुंजियां है जयपुर। यदि दुनिया मन -सावन, तो सावन लहरिया है जयपुर। यदि दुनिया समर भूमि, तो समर केसरिया है जयपुर। समर केसरिया है जयपुर।