Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 12173 0 Hindi :: हिंदी
( मेरी लाडो बिटिया को समर्पित मेरी यह रचना ) कविता = ( मेरी लाडो ) मेरे घर की तू है रौनक ! मेरे घर की तू है दौलत ! तुझसे मेरी सारी खुशियाँ ! मेरी आँखों की तू है निंदिया ! मेरे आँगन की तू है बग़िया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! तेरा घर ये हुआ पुराना ! पिया घर तुझको अब है जाना ! तू है बाती वो है दीया ! पिया संग मिल अब चलना बिटिया ! कुल का अपने वो है दीपक ! मेरे घर की तू ज्योति बिटिया ! मेरे आँगन की तू है बग़िया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! बहनों की सखी घर की प्यारी ! दिलों की धड़कन तू है हमारी ! भाई तेरा अब किससे लड़ेगा ! माँ का सहारा कौन बनेगा ! मेरी आँखों की तू थी निंदिया ! अब कैसे सोगी मेरी अखियाँ ! मेरे आँगन की तू है बग़िया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! भाई न तेरा अब लड़ेगा ! अब तो तेरी राह तकेगा ! गुमसुम बैठेंगी घर में अकेली ! सहेली जैसी बहना तेरी ! माँ ढूंढेगी अब तुझको बिटिया ! अब करेगी किससे बतिया ! मेरे आँगन की तू है बग़िया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! संस्कार जो मिले यहाँ से ! दाग़ उनमें लग न पाए ! स्वाभिमान को कभी हमारे ! चोट कभी लग न पाए ! पिया कुल का मान बढ़ाना ! इस घर की पहचान ! पिया घर अब नया जन्म है ! पिया घर अब तेरी दुनिया ! मेरे आंगन की तू है बग़िया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! मेरी लाडो मेरी दुनिया ! विपिन बंसल