कविता = ( मनमोहक )
मनमोहक मनभावन मनमोहन तेरे नाम !
मन शीतल निर्मल हो जाए !
जो भज ले तेरा नाम !
हे माधव हे नंदलाल !
मुरली मनोहर, राधेश्याम ! read more >>
कविता = ( कोख )
कोख में अपनी माँ मेरी हमको देती मार !
नारी नर्क से निकाल के हमको कर देती उद्धार !!
श्राप ग्रस्त इस योनि से हमको देती तार !
हम read more >>
कविता = ( कोख )
कोख में अपनी माँ मेरी हमको देती मार !
नारी नर्क से निकाल के हमको कर देती उद्धार !!
श्राप ग्रस्त इस योनि से हमको देती तार !
हम read more >>
कविता = ( दिल्ली )
अंधी मूकबधिर अब हो गई दिल्ली !
दिल्ली का यह क्या हाल हो गया !!
असहाय, बेबस पिता लाचार हो गया !
पिता के ही सामने बेटा लाश ह read more >>
कविता = ( कलयुग )
कथनी करनी में फ़र्क़ हुआ !
यह कलयुग का प्रभाव !!
कर्म हुए दानव जैसे !
बातों से भगवान !!
भगवा भी बदनाम हुआ !
भगवे में शैतान read more >>