मोती लाल साहु 19 Apr 2023 ग़ज़ल अन्य पलकें जब उठीं एकबारगी मौसम बदल गए, जो हुआ मन तरंग में सितारें झिलमिला रहे थे। 9556 0 Hindi :: हिंदी
पलकें जब उठीं- रूह तक पहुंच रही थी नज़रों की रिमझिम- बारिशों में दिल भीग रहा था अब क्या हुआ कि- एकबारगी मौसम बदल गए जो हुआ मन तरंग में- सितारें झिलमिला रहे थे -मोती