Chanchal chauhan 02 Mar 2024 कहानियाँ समाजिक समाज में जागरूकता फैलानी है जब जागो तभी सवेरा 3863 0 Hindi :: हिंदी
"माँ- माँ " जोर से चिल्लाते हुए नेहा बोली। नेहा की मां अपने दैनिक चर्या में व्यस्त थी किंतु नेहा की डरी हुई आवाज सुनकर अपना काम छोड़कर तुरंत दौड़कर आई और देखा कि नेहा तो पसीने से तर-बतर थी और बहुत घबराई भी। नेहा की मां बोली "नेहा -नेहा बोलो क्या हुआ ?? क्या हुआ ?? नेहा क्या हुआ ?? " किंतु नेहा इतना घबराई हुई थी कि उसने टीवी की ओर देखा और प्रतिउत्तर नहीं दिया और फिर माँ माँ ही बोला और चुप हो गई। पहले तो माँ भी घबराई कि नेहा को ये क्या हुआ परंतु सामान्य होते हुए माँ ने नेहा को देखा और टीवी की ओर देखा । मां को स्थिति समझते देर न लगी और उन्होंने तुरंत नेहा को पानी पिलाया और और उसे कुर्सी से उठाया और सहारा देकर लेटाया तथा आंखें बंद करने को कहा। नेहा इतनी घबराई हुई थी कि उसकी सांसे जोर-जोर से चल रही थी। मां ने उसके माथे पर हाथ रखा और उसे धीमे-धीमे सहलाया और उसके पास बैठ गई। नेहा नेटफ्लिक्स पर एक वेब सीरीज देख रही थी। मां ने टीवी को बंद किया और नेहा के पास बैठ गई और सोचने को मजबूर हुई कि हुई कि यह कैसा आधुनिक करण है ?? यह समाज को किस दिशा में ले जा रहा है?? मनोरंजन के नाम पर फूहड़ता,नग्नता ,अनैतिकता , असंस्कारिता , अश्लीलता, वैमनस्यता, भोगवाद, भारतीय संस्कृति पर आघात , धार्मिक भावनाओं पर आघात व उनका विकृति करण ।। यह कैसा विकास ??? आज नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम आदि पर प्रसारित यह वेब सीरीज सभी वर्ग के लोग विशेष कर युवाओं को भ्रमित कर किस दिशा में कहां ले जाएगी ??? एक प्रसिद्ध अभिनेत्री जिसने भारतीय सिनेमा में अनेकों बेहतरीन किरदार निभाए वह आज वेब सीरीज पर भद्दी गाली देती नजर आ रही है । यह मनोरंजन का कैसा स्वरूप ??? यह प्रश्नचिह्न लगाता है कि हम इन सब से क्या शिक्षा ग्रहण कर रहे है ??? सिर्फ पैसा कमाने के लिए इतना अंधापन। आखिर इन सब से ये निर्माता , निर्देशक क्या साबित करना चाहते है??? अत्याचार शारीरिक हो या मानसिक दोनों अपराध की श्रेणी में आते हैं । यह वेब सीरीज मानसिक अत्याचार की श्रेणी में आती है । अति आवश्यकता है इन के विरुद्ध संघर्ष के रूप में नकारता और सिर्फ़ नकारता। यह सोचते हुए नेहा की मां ने सोचा कि जब जागो तभी सवेरा तो क्यों ना इस सब के प्रति सबको जागरूक किया जाए। यह सब इस जन्म और इसी समय क्यो नहीं । यह विचारते हुये उन्होंने सोचा कि वह अपने परिजनों व परिवारों व समाज के लोगों में इन सब वेब सीरीज के प्रति नकारता व जागरूकता जगाने का प्रयास करेंगी। जब जागो तभी सवेरा। अभी और इसी वक़्त से।