akhilesh Shrivastava 06 Jan 2024 कविताएँ हास्य-व्यंग मच्छर सम्पूर्ण विश्व के लिए एक घातक कीट है इसका स्थायी समाधान का प्रयास जरूरी है 9412 1 5 Hindi :: हिंदी
*मच्छर महाराज* *हास्य व्यंग कविता* *रचयिता ---अखिलेश श्रीवास्तव एडवोकेट जबलपुर* कीटों के सरताज तुम हे मच्छर महाराज अपने अंदर छुपा रखे हैं तुमने कितने राज।। ऊंच नीच का भेद भी नहीं तुम्हारे पास सभी धर्म और जाति का पियें ख़ून महाराज।। सभी ग्रुप का खून पी ये अपनी प्यास बुझाएं कितना बचने जतन करो हाथ कभी न आएं।। खून सभी का चूसकर अजब करो संगीत भुन भुन करके कान में हमें सुनाओ गीत।। क्या इंसा क्या जानवर इनको सबसे प्यार सबके ख़ून के पैग का नशा करें ये यार।। संसार के सभी प्राणियो से समान व्यवहार भेदभाव किये बिना सबको काटे यार।। डेंगू और मलेरिया इनके प्रमुख औजार अच्छे भले इंसान का कर दें बेड़ा पार।। इन मच्छर महाराज को पकड़ सका न कोय लाख जतन अपनाय पर मार सका न कोय।। दुनिया के साइंटिस्ट्स ने मानी इनसे हार कोई दवा न वेक्सीन का चले न इनपे वार।। हाथ जोड़ प्रभु आपसे विनती करें हजार। इन मच्छर महाराज का करो जल्द संहार।। ____________
3 months ago
I am Advocate at jabalpur Madhaya Pradesh. I am interested in sahity and culture and also writing k...