संदीप कुमार सिंह 28 Nov 2023 कविताएँ समाजिक कई बहाने मौत के, What is life? What is humenity?What is love?What's Reasons?What is God? 3852 0 Hindi :: हिंदी
#विधा:-मुक्तक छंद #"सृजन समीक्षार्थ प्रस्तुत" कई बहाने मौत के,होगा जब दीदार। यार मिलेंगे तब गले,खूब करेंगे प्यार। जीवन जीना झूम कर,एक -एक पल खास- नव्य कफन को ओढ़कर,छोड़ चलूं संसार। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....