आकाश अगम 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य #muktak #hindipoetry #कविताएँ #शेरो शायरी 18639 0 Hindi :: हिंदी
शब्द या व्यक्ति से प्यार है चुन तो लो और फिर कुछ नियम कायदे बुन तो लो बाँस हूँ मैं या हूँ बाँसुरी , बाद में सोचना किन्तु पहले मुझे सुन तो लो।। तू न हो जिनमें ऐसी निगाहें न दे जो न तुझको बुलायें वो बाहें न दे सो रहीं हैं मेरे साथ यादें तेरी भाग जाएँगीं ठण्डी हवाएँ न दे। समझ ली थी मेरे सँग ज़िन्दगी आबाद क्यों तुमने मैं सो पाया नहीं इतना किया है याद क्यों तुमने मेरे दिल से निकलती अनगिनत कविताओं की ख़ातिर प्रिये अपनी कहानी को किया बर्बाद क्यों तुमने।। कभी अपशब्द कह जाऊँ तो मुझको भूल मत जाना कभी सुर में नहीं गाऊँ तो मुझको भूल मत जाना मैं इस गहरे कुएँ में जा रहा हूँ , किन्तु विनती है न तुमको याद कर पाऊँ तो मुझको भूल मत जाना।। हज़ारों जीव; जिनको रास्ता अवरुद्ध करना है मुझे ले ज्ञान अपनी आत्मा को शुद्ध करना है मेरा रथ ले चलो हे कृष्ण रूपी सारथी मेरे मुझे गाण्डीव लेकर संकटों से युद्ध करना है।। बस इन्हीं के लिए इक ख़्वाब बुना रक्खा है मैंने कविताओं का इक नाम अना रक्खा है यार हो प्यार हो दुश्मन हो या ग़म हो कोई मैंने हर एक को दीवाना बना रक्खा है।। ये जहाँ और है शबरी नहीं चलने वाली बात व्यवहार में अब री नहीं चलने वाली तुमको आना है यहाँ , तो इसे बाहर ही रखो बारिश-ए-शायरी , छतरी नहीं चलने वाली।। जगत को देख कर पल पल हृदय जलता किताबों में है शिक्षा मिल रही , अनुभव नहीं मिलता किताबों में ख़ुदा की शायरी क्या चार पन्नों में समाएगी वो रद्दी है जगत जिसका फ़क़त पलता किताबों में।।