Poonam Mishra 17 Jun 2023 ग़ज़ल समाजिक मन तू अपनी मर्जी क्यों चलाता 7544 0 Hindi :: हिंदी
ऐ मन तु अपनी मर्जी क्यों चलाता रहा ! तू चाहता क्या है? यह कभी तो मुझे भी बता । जब भी सोचता हूं ! मैं कुछ तुम मुझे और ही किसी राह पर ले जाता रहा क्या? इरादा है तेरा ! कभी मुझको भी बताजा ! जब कोई मुझसे बेवफाई करता रहा तू क्यों ! मुझे वफ़ा की राह दिखलाता रहा। मेरी मुश्किलों पर मेरा साथ ना! देकर । क्यो ?मेरी मुश्किलों को और तू बढ़ाता रहा! ऐ मन तू अपनी मर्जी क्यों? चलाता रहा! मुझे तो इश्क नहीं है ! यह मैं खुद को समझाता रहा तू क्यों ? मुझे इश्क की बातें बताता रहा। ऐ मन तू क्यों ? अपनी मर्जी चलाता रहा का पूनम मिश्रा