BALDEV RAJ 30 Mar 2023 कहानियाँ हास्य-व्यंग चुटकला -व्यगं 20078 0 Hindi :: हिंदी
एक व्यक्ति अपने आप को सब से अधिक झानवान एंव चतुर समझता था | कोई भी उससे वार्तालाप करता तो वह अपने आप को होशियार दिखाने के लिए, उस की बात को नकारते हुए कहता कि तुझे तो कोई ज्ञान नहीं है तू़ तो गधा है, उस की आदत बन गयी हरेक को गधा कहने की | एक दिन उस की टक्कर गधे से हो गयी, अब उससे क्या कहे, गधे को कहने लगा आप तोआप ही हैं जनाब आप को क्या कहें |