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जीवन में खुशियों की सुनहरी किताब

Arun Kumar 20 Jul 2023 कहानियाँ समाजिक (Google/Yahoo/Bing) 8976 0 Hindi :: हिंदी

एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में रहने वाला लड़का था जिसका नाम राजू था। राजू बहुत अच्छा दिल रखने वाला और मदद करने वाला बच्चा था। वह अपने माता-पिता की मदद करता और अपने छोटे-छोटे भाई-बहनों का भी ध्यान रखता था। उसके गांव में सभी उसे पसंद करते थे क्योंकि वह अपने सरलता और ईमानदारी के कारण फ़िरदौस था।

एक दिन, राजू को गांव के पास एक बड़े जंगल में जाना पड़ा जहां वह नए पेड़-पौधों को लगाने के लिए जा रहा था। जंगल में जाने से पहले, उसकी माँ ने उसे खुदाई का एक पुराना सिक्का दिया और कहा, "राजू, यह एक पुराना सिक्का है। तुम इसे अपने पूरे दिन की कमाई में से एक हिस्से के रूप में रखना। इससे तुम्हें अच्छी किस्मत मिलेगी।"

राजू ने माँ की बात मानी और जंगल में जा कर खुदाई करने लगा। खुदाई करते समय, वह एक बड़े पत्थर को हलके से हटाया और उसके नीचे एक छोटा सा संदूक निकली। संदूक खोलने पर उसे एक पुरानी और सुनहरी किताब मिली। जब राजू ने उसे खोला, तो वह देखा कि उसमें भगवान के बारे में बहुत सी सुन्दर कहानियाँ थीं।

वह बहुत खुश हुआ और बड़े उत्साह से अपने गांव वापस गया। वह उस पुराने सिक्के को अपने माँ को दिखाने को तैयार हुआ। जब उसने माँ को सिक्के के साथ संदूक दिखाई, तो माँ को बड़ी खुशी हुई।

राजू ने अपने दोस्तों को भी उस सुनहरी किताब के बारे में बताया और वे सभी मिलकर रोज़ शाम को उस किताब की कहानियों को सुनने का आयोजन करते। जंगल में खुदाई करते समय मिली उस सुनहरी किताब ने राजू के जीवन में नया रंग भर दिया और उसका गांव भी खुशियों से भर गया।

इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि सच्चे दिल से ईमानदारी से काम करने से हमें अच्छी किस्मत मिलती है और हमें अपने जीवन में खुशियों की सुनहरी किताब के पन्ने मिलते है

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