SANTOSH KUMAR BARGORIA 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरे मन में एक प्रश्न उठा की हमारे देश को आजाद हुए 75 वर्ष हो चुके हैं फिर भी आज भी हमारे देश के बच्चे विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए आज भी विदेशों के खाक क्यों छानते हैं जबकि हमारे देश में खुद ही नजाने कितने विश्वविद्यालय है। 41921 0 Hindi :: हिंदी
एक प्रश्न --------------- एक प्रश्न उठा मेरे मन मस्तिष्क में , और मचा रहा भूचाल ये है। आजाद हुए हमें हुए वर्ष पचहत्तर, फिर भी हमारे देश में विश्व स्तरीय शिक्षा का आखिर ऐसा हाल क्यों है ।। क्यों छात्र पढ़ रहे हैं अब भी विदेशों में, क्या हमारे पास ऐसे शिक्षण संस्थान ना है। जहॉ पढ़कर स्वयं विदेशी भी हो गौरवान्वित, अपना भारत देश और महान बने।। अाखिर कहॉ कमी रहे गयी हमसे , जो विश्वस्तरीय शिक्षा का हाल ये है । सैंकड़ों विश्वविद्यालय है देश में अपने, फिर छात्र खाक छानते विदेशों के आज भी है ।। जो देवभूमि है सतपुरुषों की , महाज्ञानियों का भण्डार जहॉ है । जहॉ जन्म लिया ''सिंबल अॉफ नॉलेज'' बाबा साहब ने, फिर अपने देश की विश्वस्तरीय शिक्षा का आखिर अबतक ऐसा हाल क्यों है ।। 🙏 धन्यवाद 🙏 संतोष कुमार बरगोरिया ------------------------------- ( साधारण जनमानस )
I am Santosh kumar Bargoria s/o Sri Sewalal Bargoria at 26, Noor Mahammad Munshi lane Howrah -71110...