Vijay singh 12 Apr 2023 कविताएँ अन्य मेरा नाम युवराज सिंह है। मेरी आयु 15 वर्ष की है।यह सभी कविताएं मेरे द्वारा लिखी गई है परन्तु मैं चाहता हूं कि मेरे पिताजी की किर्ती चारों ओर फेले। इसीलिए मैं इन कविताओं पर अपने पिताजी का ही नाम देना चाहूंगा। यह एक प्रेरक कविता है इसके अंदर आशा की किरण क्या होती है बताया गया है, इसका मुख्य उद्देश्य यही है कि "कोई भी कभी भी अपने जीवन में हार ना माने। मैं कविता के साथ अपने कुछ परिवार वालों के भी नाम देना चाहूंगा जो निम्नलिखित है:- 1जब्बर सिंह जी 2 राजकंवर 3 विजय सिंह जी (my dear father) 4 सोना कंवर 5 चावण्ड सिंह जी 6 धीरज कंवर 7 देवी सिंह जी 8 युधिष्ठिर सिंह 9 yuvraj singh (me) 8159 0 Hindi :: हिंदी
आश किरण कहलाती क्या है ये? जो सबै ताकत का मूल, इससे तो काँटे भी बने फूल। ये तो दुःख को भी सुख कह बतलाती, ये आशा किरण कहलाती। जब खुशी के आँसू नैन बहाए, तो सारा दुःख भी डुब बह जाए। ये खुशनुमा लहर जो हर दुख से निजा़त दीलाती, ये चक्षु चमक ही आश किरण कहलाती। एक छोटी जीत की खुशी करे ऐसा रास्ता इक्तीयार, मिले हर मंजिल और जीत में बदले हर हार। जो ताकत हमें हार से जीत तक राह दिखाती, ये हौसले की बुलंदी ही आश किरण कहलाती। जब डूबते सूरज कि किरण अम्बर से यों टकरती, फिर वो रहे ना रहे पर सभी आँखों में अपनी छाप छोड़-जाती ''ना होने पर भी होगा'' ये मनोभाव ही आश किरण कहलाती।.... मनोभाव ही आश किरण कहलाती।....... :- युवराज सिंह