Yogesh Yadav 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 87693 0 Hindi :: हिंदी
मुर्दों के शहर मे मिला एक किस्सा एक-दूसरे पर इल्ज़ाम मले जा रहे थे कोई तो दुख साझा था दोनो का जिसे याद करके लड़े जा रहे थे गलती थी किसी की कुछ न कुछ तो इस बात पर विवाद करे जा रहे थे वर्तमान को दुख हुआ और भविष्य रूठ गया, कि दोनो अतीत को याद करके मरे जा रहे थे आज से बनेगा आने वाला कल कहीं बीते कल की छांव मे ये खो ना जाए जो था बुरा, हो चुका कल संवारना है, तो उसे ना दोहराएं