Ritika prakash 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम बिहार दिवस कविताएं 29873 0 Hindi :: हिंदी
आ मेरा इतिहास पढ़ मैं ही हूँ भारत की पहचान का गढ़ बुद्ध की तपस्या भूमि हूं मैं महावीर की जन्मभूमि हूं मैं शिक्षा का प्रथम शरण हूं मैं गणित को मिली नई दिशा वह आर्यभट्ट हूं मैं दिया जिसने देश को वीर सपूत वह जमीन हूं मैं अन्य की पूजनीय धरती कृषि का अतीत हूं मैं स्त्री शक्ति का उदाहरण दिया जिसने उस वीरांगना की कर्मभूमि हूं मैं फटी जा रही है कविता जिसकी उसकी लेख भूमि हूं मैं दिया जिसने भारत को प्रथम राष्ट्रपति उसकी संबंधित भूमि हूं मैं तू कर मुझ पर गर्व क्योंकि बिहार हूं मैं।