संदीप कुमार सिंह 22 Nov 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह kavita Samaj HiT में है. JISE Padhkar Pathak Gan काफी labhanvit hongen. 4060 0 Hindi :: हिंदी
#विधा:-दोहा छंद #"सृजन समीक्षार्थ प्रस्तुत" चित्रकूट के राम हैं,अद्भुत तुलसी दास। संतों का रक्षा किये,और जगाये आस ।। चित्रकूट के राम से,धरणी भी हो शुद्ध। जिनके छाया से बने,दुनिया पावन बुद्ध।। चित्रकूट के राम ने,किये बड़ा वो त्याग। तब तो हैं भगवान वो,रूप लिए अनुराग।। चित्रकूट के राम से,सबको यहां लगाव। देते सुख हैं नाम से,करते दूर दुराव।। चित्रकूट के राम को,दुनिया करती याद। यहां पूजते लोग हैं,जिसने किये जिहाद।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....